Friday, 21 April 2017

पेट दर्द

अदरक और लहसुन को बराबर की मात्रा में पीसकर एक चम्मच की मात्रा में पानी से सेवन कराएं।पिसी हुई सोंठ एक ग्राम और जरा-सी हींग और सेंधानमक की फंकी गर्म पानी से लेने से पेट दर्द ठीक हो जाता है।

एक चम्मच पिसी हुई सोंठ और सेंधानमक एक गिलास पानी में गर्म करके पीने से पेट दर्द, कब्ज, अपच ठीक हो जाते हैं।

अदरक और पुदीना का रस आधा-आधा तोला लेकर उसमें एक ग्राम सेंधानमक डालकर पीने से पेट दर्द में तुरन्त लाभ होता है।

अदरक का रस और तुलसी के पत्ते का रस 2-2 चम्मच थोड़े से गर्म पानी के साथ पिलाने से पेट का दर्द शांत हो जाता है।

एक कप गर्म पानी में थोड़ा अजवायन डालकर 2 चम्मच अदरक का रस डालकर पीने से लाभ होता है।

अदरक के रस में नींबू का रस मिलाकर उस पर कालीमिर्च का पिसा हुआ चूर्ण डालकर चाटने से पेट के दर्द में आराम मिलता है

अदरक का रस 5 मिलीलीटर, नींबू का रस 5 मिलीलीटर, कालीमिर्च का चूर्ण 1 ग्राम को मिलाकर पीने से पेट का दर्द समाप्त होता है।

योग क्या है

सबसे बड़ी बात यह है कि योग क्या है
इसे जाने....

योग  केवल आसन तक सीमित नहीं है अपितु यह अपने मन को शांत एवं एकाग्र बनाता है,

योग में ध्यान शामिल है,

जीवन जीने की सही कला सिखाता है।

जो इसे अपनाता है वह सचमुच एक सच्चा मनुष्य कहो या योगी बन ही जाता है।

सभी दुखों से मुक्ति मिलती है।
योग हमारे जीवन का एक महत्त्व पूर्ण अंग है, हमारे जीवन से बड़ा इस संसार में कुछ भी नहीं हो सकता हर व्यक्ति चाहता है की हमारा जीवन खूबसूरती से लबालब हो आधुनिक युग में अधिक शारीरिक और भावनात्मक इच्छाऐ लगातार हाबी  होती रहती है, मनुष्य अनावश्यक चिंता, तनाव, असहाय, अनिद्रा, जैसे कई शारीरिक और मानसिक बीमारी से बुरी तरह से लतपत है व्यक्ति का जीवन असंतुलन हो गया है,

इन सभी समस्याओ का छूटकरा पाने के लिए  बजार में आप को अनंत प्रकार का संसाधन  मिलेगा, विज्ञापन भी देखने को मिलेगा आप उपयोग भी करेंगे लेकिन आप आत्मिक सुख शांति से कोशो दूर रहेंगे,

अगर आप योग से जुड़ते है तो आप एक ऐसी शक्ति से जुड़ते है जो आपकी पूरी जिंदगी का संचालन वह शक्ति करती है ..

आप जुड़ते है योग से योग का अर्थ होता है जुड़ना  शरीर, मन, आत्मा, से  जोड़ना ईश्वर के साथ एक हो जाना जिसका नाम है योग ..योग को हम अपने जीवनचर्या में शामिल करते तो हमारे जीवन की सारी परेशानी कुछ ही दिनों में दूर  होते नज़र आएगी और आप एक संतुलित आनंदित जिन्दगी के यात्री बनेगे जहां पर सभी अपनापन का अहसास होगा हो सुंदर फूल की तरह खिलते हस्ते मुस्कुराते रहेंगे .......

Samyak yog pariwar introduction

https://youtu.be/aJ5JB4JhwYk

Sunday, 16 April 2017

हिचकी का उपचार

*हिचकी

सभी प्रकार की हिचकियों में अदरक की साफ की हुई छोटी डली चूसनी चाहिए।
अदरक के बारीक टुकड़े को चूसने से हिचकी जल्द बंद हो जाती है।
घी या पानी में सेंधानमक पीसकर मिलाकर सूंघने से हिचकी बंद हो जाती है।
एक चम्मच अदरक का रस लेकर गाय के 250 मिलीलीटर ताजे दूध में मिलाकर पीने से हिचकी में फायदा होता है।
एक कप दूध को उबालकर उसमें आधा चम्मच सोंठ का चूर्ण डाल दें और ठंडा करके पिलाएं।
ताजे अदरक के छोटे-छोटे टुकड़े करके चूसने से पुरानी एवं नई तथा लगातार उठने वाली हिचकियां बंद हो जाती हैं। समस्त प्रकार की असाध्य हिचकियां दूर करने का यह एक प्राकृतिक उपाय है।

अदरक का विभिन्न रोगों में उपचार

अदरक का विभिन्न रोगों में उपचार

मुंह की दुर्गध 
🌷एक चम्मच अदरक का रस एक गिलास गर्म पानी में मिलाकर कुल्ला करने से मुख की दुर्गन्ध दूर हो जाती है।

दांत का दर्द:*
🌷महीन पिसा हुआ सेंधानमक अदरक के रस में मिलाकर दर्द वाले दांत पर लगाएं।दांतों में अचानक दर्द होने पर अदरक के छोट-छोटे टुकड़े को छीलकर दर्द वाले दांत के नीचे दबाकर रखें।
🌷सर्दी की वजह से दांत के दर्द में अदरक के टुकड़ों को दांतों के बीच दबाने से लाभ होता है।

भूख की कमी:*
🌷अदरक के छोटे-छोटे टुकड़ों को नींबू के रस में भिगोकर इसमें सेंधानमक मिला लें, इसे भोजन करने से पहले नियमित रूप से खिलाएं।
🌷पानी में गुड़, अदरक, नींबू का रस, अजवाइन, हल्दी को बराबर की मात्रा में डालकर उबालें और फिर इसे छानकर पिलाएं।

गला खराब होना:*
🌷अदरक, लौंग, हींग और नमक को मिलाकर पीस लें और इसकी छोटी-छोटी गोलियां तैयार करें। दिन में 3-4 बार एक-एक गोली चूसें।

पक्षाघात (लकवा) 
🌷घी में उड़द की दाल भूनकर, इसकी आधी मात्रा में गुड़ और सोंठ मिलाकर पीस लें। इसे दो चम्मच की मात्रा में दिन में 3 बार खिलाएं।उड़द की दाल पीसकर घी में सेकें फिर उसमें गुड़ और सौंठ पीसकर मिलाकर लड्डू बनाकर रख लें। एक लड्डू प्रतिदिन खाएं या सोंठ और उड़द उबालकर इनका पानी पीयें। इससे भी लकवा ठीक हो जाता है।

पेट और सीने की जलन:*
🌷एक गिलास गन्ने के रस में दो चम्मच अदरक का रस और एक चम्मच पुदीने का रस मिलाकर पिलाएं।

वात और कमर के दर्द:*
🌷अदरक का रस नारियल के तेल में मिलाकर मालिश करें और सोंठ को देशी घी में मिलाकर खिलाएं।

पसली का दर्द:*
🌷30 ग्राम सोंठ को आधा किलो पानी में उबालकर और छानकर 4 बार पीने से पसली का दर्द खत्म हो जाता है।

चोट लगना, कुचल जाना:*
🌷चोट लगने, भारी चीज उठाने या कुचल जाने से पीड़ित स्थान पर अदरक को पीसकर गर्म करके आधा इंच मोटा लेप करके पट्टी बॉंध दें। दो घण्टे के बाद पट्टी हटाकर ऊपर सरसो का तेल लगाकर सेंक करें। यह प्रयोग प्रतिदिन एक बार करने से दर्द शीघ्र ही दूर हो जाता है।

संग्रहणी (खूनी दस्त):*
🌷सोंठ, नागरमोथा, अतीस, गिलोय, इन्हें समभाग लेकर पानी के साथ काढ़ा बनाए। इस काढे़ को सुबह-शाम पीने से राहत मिलती है।

ग्रहणी (दस्त):
🌷गिलोय, अतीस, सोंठ नागरमोथा का काढ़ा बनाकर 20 से 25 मिलीलीटर दिन में दो बार दें।

भूखवर्द्धक:
🌷दो ग्राम सोंठ का चूर्ण घी के साथ अथवा केवल सोंठ का चूर्ण गर्म पानी के साथ प्रतिदिन सुबह-सुबह खाने से भूख बढ़ती है।
🌷प्रतिदिन भोजन से पहले नमक और अदरक की चटनी खाने से जीभ और गले की शुद्धि होती है तथा भूख बढ़ती है।
🌷अदरक का अचार खाने से भूख बढ़ती है।
🌷सोंठ और पित्तपापड़ा का पाक (काढ़ा) बुखार में राहत देने वाला और भूख बढ़ाने वाला है। इसे पांच से दस ग्राम की मात्रा में प्रतिदिन सेवन करें।
🌷सोंठ, चिरायता, नागरमोथा, गिलोय का काढ़ा बनाकर सेवन करने से भूख बढ़ती है और बुखार में भी लाभदायक है।

अजीर्ण:
🌷यदि प्रात:काल अजीर्ण (रात्रि का भोजन न पचने) की शंका हो तो हरड़, सोंठ तथा सेंधानमक का चूर्ण जल के साथ लें। दोपहर या शाम को थोड़ा भोजन करें।
🌷अजवायन, सेंधानमक, हरड़, सोंठ इनके चूर्णों को एक समान मात्रा में एकत्रित करें। एक-एक चम्मच प्रतिदिन सेवन करें।
🌷अदरक के 10-20 मिलीलीटर रस में समभाग नींबू का रस मिलाकर पिलाने से मंदाग्नि दूर होती है।

उदर (पेट के) रोग:
🌷सोंठ, हरीतकी, बहेड़ा, आंवला इनको समभाग लेकर कल्क बना लें। गाय का घी तथा तिल का तेल ढाई किलोग्राम, दही का पानी ढाई किलोग्राम, इन सबको मिलाकर विधिपूर्वक घी का पाक करें, तैयार हो जाने पर छानकर रख लें। इस घी का सेवन 10 से 20 ग्राम की मात्रा में सुबह-शाम करने से सभी प्रकार के पेट के रोगों का नाश होता है।

बहुमूत्र:
🌷अरदक के दो चम्मच रस में मिश्री मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से लाभ होता है।

Wednesday, 12 April 2017

मेथी से 7 रोगो को दूर भगाये..

* 1 महीने पीएं मेथी का पानी, शरीर के हर पार्ट में आएगा ये चमत्कारिक बदलाव *

🌼घर पर आसानी से मिल जाने वाली मेथी में इतने सारे गुण है कि आप सोच भी नहीं सकते है। यह सिर्फ एक मसाला नहीं है बल्कि एक ऐसी दवा है जिसमें हर बीमारी को खत्म करने का दम है। आइए आज हम आपको मेथी के पानी के कुछ चमत्कारिक तरीके बताते हैं।

* करें ये काम *

🌼एक पानी से भरा गिलास ले कर उसमें दो चम्‍मच मेथी दाना डाल कर रातभर के लिये भिगो दें। सुबह इस पानी को छानें और खाली पेट पी जाएं। रातभर मेथी भिगोने से पानी में एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी ऑक्‍सीडेंट गुण बढ जाते हैं। इससे शरीर की तमाम बीमारियां चुटकियों में खत्म हो जाती है। आइए आपको बताते है कि कौन सी है वो खतरनाक 7 बीमारियां जो भाग जाएंगी इस पानी को पीने से।

* वजन होगा कम *

🌼यदि आप भिगोई हुई मेथी के साथ उसका पानी भी पियें तो आपको जबरदस्‍ती की भूख नहीं लगेगी। रोज एक महीने तक मेथी का पानी पीने से वजन कम करने में मदद मिलती है।

* गठिया रोग से बचाए *

🌼इसमें एंटीऑक्‍सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होने के नातेए मेथी का पानी गठिया से होने वाले दर्द में भी राहत दिलाती है।

* कोलेस्‍ट्रॉल लेवल घटाए *

🌼बहुत सारी स्‍टडीज़ में प्रूव हुआ है कि मेथी खाने से या उसका पानी पीने से शरीर से खराब कोलेस्‍ट्रॉल का लेवल कम होकर अच्‍छे कोलेस्‍ट्रॉल का लेवल बढ़ता है।

* ब्लड प्रेशर होगा कंट्रोल *

🌼मेथी में एक galactomannan नामक कम्‍पाउंड और पोटैशियम होता है। ये दो सामग्रियां आपके ब्‍लड प्रेशर को कंट्रोल करने में बड़ी ही सहायक होती हैं।

* कैंसर से बचाए *

🌼मेथी में ढेर सारा फाइबर होता है जो कि शरीर से विषैले तत्‍वों को निकाल फेंकती है और पेट के कैंसर से बचाती है।

* किडनी स्‍टोन *

🌼अगर आप भिगोई हुई मेथी का पानी 1 महीने तक हर सुबह खाली पेट पियेंगे आपकी किडनी से स्‍टोन जल्‍द ही निकल जाएंगे।

* मधुमेह *

🌼मेथी में galactomannan होता है जो कि एक बहुत जरुरी फाइबर कम्‍पाउंड है। इससे रक्‍त में शक्‍कर बड़ी ही धीमी गति से घुलती है। इस कारण से मधुमेह नहीं होता।

Tuesday, 11 April 2017

Yog & marm

https://youtu.be/SJPtSuja5XU

गर्मी में लू लगना

🔥 गर्मी में लू लगना 💥

तेज गर्मी के कारन किसी को अचानक लू लग जाती है बार बार प्यास लगना, चक्कर आना, आँखों में जलन, आंखे जलना, धड़कन तेज हो जाती है, सर चकरा जाता है, भारी सरदर्द होने लगता है और ऐसे में रोगी बेहोश भी हो सकता है। इस हालात में आप को सब से पहले रोगी को ठंडी छाव में या ठंडी जगह पे ले जाना है। मरीज के कपडे उतार कर उसके छाती पे, पेट पे, गले और रीढ़ पे बर्फ का ठंडा पानी डाले या फिर ठन्डे पानी से बॉडी को पोछे। मरीज को आम का जूस या फिर निम्बू शरबत भी दे सकते है।

Sunday, 9 April 2017

बिजली का करंट

बिजली का करंट :-

अगर कोई व्यक्ति बिजली के तार से या किसी बिजली के साधन से चिपक जाये तो तुरंत मैन स्विच बंद कर दे। जो व्यक्ति करंट से चिपका है उसको लकड़ी से दूर करे। या अपने हाथो को रबर से लपेट ले और खुद ही उसे दूर कर सकते है केवल आप ऐसा लकड़ी के चीज पे खड़ा रहकर ही करे। अगर बेहोश हो जाता है तो तुरंत उसे जमीन पे लेटा दे और उसके हाथ पैरो के तलुवो को रगड़कर शरीर को गर्मी देने की कोशिश करे। गरम दूध में चीनी डालकर उसको पिलाना चाहिए दूध न हो तो चाय बनाकर दे। बेहोश हो तो रोगी को मुह से साँसे दे। यह सिलसिला शुरू होते ही सब से पहले डॉक्टर को बुला ले या गाडी में भी यह प्रयोग करे और डॉक्टर के पास ले जाये।

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जहर

☠ जहर/ विष ☠

कोई व्यक्ति अगर जहर खा लेता है तो उसे सब से पहले डॉक्टर के पास लेकर जाए, जहर खाने वाला व्यक्ति पहचान पाना मुश्किल है लेकिन फिर भी बता देता हु की ऐसा व्यक्ति आप से अगर बहकी बहकी बाते करने लगे तो बातो से पहचान ले की इसने कुछ जहर खाया हो पर याद रहे की उसे इस बात की भनक न हो की आप को पता चला। आप आस पास में जहर की बोतल या खली डब्बी दिखती है नहीं। किस तरह का जहर खाया है यह जान ले। डॉक्टर के पास जाते समय पहले उसे तम्बाखू मिलाया हुवा १ गिलास पानी पिलाकर उल्टी करने दे। तम्बाखू ना हो तो घी पिलाये। घी ना मिले तो महिला के लंबे बालो को मुह में घुसाए जिससे उल्टी हो जाये। याद रहे की उल्टी होना जरुरी है। उल्टी से जहर बहार निकल जायेगा।

Saturday, 8 April 2017

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Friday, 7 April 2017

लहसुन और शहद

लहसुन और शहद का सेवन करने से आप कई बीमारियों से भी बच जाते हैं। यह शरीर को डिटॉक्स करके हर तरह के इंफेक्शन को भी खत्म करता है। साथ ही इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करता हैं।
अगर आप लगातार सात दिन शहद और लहसुन का बना पेस्ट का सेवन करेगे, तो कुछ ही दिनों में आपको सेहत संबंधी ऐसे प्रभाव नजर आएगे, कि आप देखते रह जाएगे। जानिए इसे बनाने की विधि और इसका सेवन करने के फायदों के बारें में।

सर्दी-जुकाम से दिलाए निजात : 
इसमें भरपूर मात्रा में ऐसे तत्व पाएं जाते हैं। इसका सेवन करने से शरीर में गर्मी आती हैं। जिसके कारण आपको सर्दी-जुकाम जैसी समस्या से निजात मिल जाता है। 

दिल को रखें हेल्दी : 
लहसुन और शदह के पेस्ट का सेवन करना आपके दिल के लिए काफी फायदेमंद हैं। इसका सेवन करने से आपके दिल की धमनियों में जमा वसा बाहर निकल जाता है। जिसके कारण ब्लड सर्कुलेशन ठीक ढंग से होने लगता हैं। जो कि दिल के लिए फायदेमंद हैं।

इम्यूनिटी सिस्टम को करें मजबूत : 
अगर आपका इसका सेवन करते है तो आपका इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होगा। जिसके कारण आपको कभी कोई बीमारी नहीं हो पाएगी। 

डीटॉक्स : 
यह एक प्राकृतिक डीटॉक्स का पेस्ट है। जिसका सेवन करने से आपके शरीर में मौजूद गंदगी और बेकार की चीजों को बाहर निकाल देता है। जिसके कारण आप सेहतमंद रहते है।

बचाए डायरिया से : 
अगर आपको बार-बार डायरिया की समस्या हो रही है, तो इस पेस्ट का सेवन काफी फायदेमंद साबित हो सकता हैं। इसका सेवन करने से आपका पाचन तंत्र ठीक ढंग से काम करता हैं। जिसके कारण आपको पेट संबंधी किसी भी प्रकार का संक्रमण नहीं होता हैं।

गले के इंफेक्शन को करें दूर : 
इस पेस्ट में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते है। जिसके कारण इसका सेवन करने से आपके गले में खराश और सूजन से आपको आराम मिल जाएगा।

➡ बनाने की विधि :
2-3 बड़ी लहसुन की कली को हल्का सा दबा कर कूट लीजिए और फिर उसमें शुद्ध कच्ची शहद मिलाइए। इसे कुछ देर के लिये ऐसे ही रहने दीजिये, जिससे लहसुन में पूरा शहद समा जाए। फिर इसे सुबह खाली पेट 7 दिनों तक खाएं। फिर इसका फायदा देखे।
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Sunday, 2 April 2017

योग से होने वाले फायदे

योग करने के एक नहीं अनेको फायदे है | इन फायदों को हम और आप नहीं बल्कि कई वैज्ञानिकों और चिकित्सकों ने स्वीकार किया है | योग से हजारों लोगों के असाध्य रोगों को दूर किया जा चुका है | सबसे बड़ी बात यह है कि यह एक प्राकृतिक पद्धति है जो हमें प्रकृति के साथ जोडती है |*

*कुछ महत्वपूर्ण  फायदे जो हम आज यहाँ इस लेख में पढ़ेंगे —*

*1. जहाँ जिम आदि से शरीर के किसी खास अंग का ही व्यायाम होता है वहीँ योग से शरीर के समस्त अंग प्रत्यंगों,ग्रंथियों का व्यायाम होता है जिससे अंग प्रत्यंग सुचारू रूप से कार्य करने लगते हैं |*

*2. योगासनों के नित्य अभ्यास से मांसपेशियों का अच्छा व्यायाम होता है | जिससे तनाव दूर होकर अच्छी नींद आती है, भूख अच्छी लगती है, पाचन सही रहता है|*

*3. योग का प्रयोग शारीरिक , मानसिक और आध्यत्मिक लाभों के लिए हमेशा से होता रहा है l आज की चिकित्सा शोधों ने ये साबित कर दिया है की योग शारीरिक और मानसिक रूप से मानव जाति के लिए वरदान है |*

*4. योगाभ्यास से रोगों से लड़ने की शक्ति बढती है | बुढ़ापे में भी जवान बने रह सकते हैं त्वचा पर चमक आती है शरीर स्वस्थ,निरोग और बलवान बनता है |*

*5. जहाँ एक तरफ योगासन मांस पेशियों को पुष्टता प्रदान करते हैं जिससे दुबला पतला व्यक्ति भी ताकतवर और बलवान बन जाता है वहीँ दूसरी ओर योग के नित्य अभ्यास से शरीर से फैट कम भी हो जाता है इस तरह योग मोटापा और दुर्बलता दोनों के लिए फायदेमंद है |*

*6. योग शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को  बढ़ता है और दवाओं पर आपकी निर्भरता को घटता है।  बहुत सी अध्यन से साबित हो चुका है कि अस्थमा , हाई ब्लड प्रेशर , डायबिटीज के मरीज , यहा तक की  कैंसर  जैसे  असाध्य  रोगो को भी योग द्वारा पूर्ण रूप से ठीक किया जा चूका है |*

*7. प्राणायाम के लाभ – योग के अंग प्राणायाम एवं ध्यान भी योगासनों की तरह शरीर के लिए बहुत फायदेमंद हैं, प्राणायाम के द्वारा श्वास प्रश्वास की गति पर नियंत्रण होता है जिससे श्वसन सम्बन्धित रोगों में बहुत फायदा मिलता है | दमा, एलर्जी, साइनोसाइटिस,पुराना नजला, जुकाम आदि रोगों में तो प्राणायाम बहुत फायदेमंद है ही साथ ही इससे फेफड़ों की ऑक्सीजन ग्रहण करने की क्षमता बढ़ जाती है जिससे शरीर की कोशिकाओं को ज्यादा ऑक्सीजन मिलने लगती है जिसका पूरे शरीर पर सकारात्मक असर पड़ता है |*

*8. कुछ अध्यनों में पाया गया है कि कुछ योगासनो और मैडिटेशन के द्वारा आर्थराइटिस, बैक पेन आदि दर्द में काफी सुधार होता है और दवा की ज़रुरत ही रहती है*

*9. ध्यान से  लाभ – ध्यान भी योग का अतिमहत्वपूर्ण अंग है | ध्यान से मानसिक तनाव दूर होकर गहन आत्मिक शांति महसूस होती है, कार्य शक्ति बढती है ,नींद अच्छी आती है | मन की एकाग्रता एवं धारणा शक्ति बढती है  आजकल ध्यान यानि मेडिटेशन का प्रचार हमारे देश से भी ज्यादा विदेशों में हो रहा है आज की भौतिकता वादी संस्कृति में दिन रात भाग दौड़, काम का दबाव, रिश्तो में अविश्वास आदि के कारण तनाव बहुत बढ़ गया है | ऐसी स्तिथि में मेडिटेशन से बेहतर और कुछ नहीं है* |

*योग के फायदे के बारे जितना लिखा जाए उतना ही  कम है क्योंकि इसके एक नहीं अनेको गुण होता है जिसे शब्दों द्वारा  हम और आप बयां  नहीं कर कर सकते | इसलिए आप आज से ही योग शुरू कर दीजिए क्योंकि कल कभी नहीं आता| विश्वास कीजिए चंद दिनों  के भीतर ही  आप अपनी जिंदगी में बदलाव महसूस करने लगेंगे | एक  बड़ी अच्छी बात कही गयी है “Health is Wealth” इसका अभिप्राय यह है की स्वास्थ्य से बड़ी कोई सम्पति नहीं है | इसलिए  हम सभी को योग करना चाहिए l

Saturday, 1 April 2017

उच्च रक्तचाप (High BP)

दोस्तों मै आज आप को एक बहोत ही कारगर नुस्का दे रहा हु। वह हर चीज आयुर्वेद से जुडी हुयी मई आप लोगो से शेयर करुगा बस दुवाओ में याद रखना। बीपी की समस्या कोई आम समस्या नही है। अगर आप का बीपी अचानक बढ़ जाये तो समझो लकवा हो गया। थोड़ीसी लापरवाही आप को जिंदगीभर के लिए खटिया पे लिटा सकती है।

*क्या है उच्च रक्तचाप का उपाय?*
▪सफ़ेद प्याज का रस और शहद 1-1 चम्मच लेकर मिक्स करो और यह मिश्रण आप दिन में एक बार खा ले। ऊपर से पानी ना पिए। 8 दिन यह प्रयोग लगातार करने से आप को इसके गुणों का पता चलेगा। जैसे आप को इसका असर दिखना शुरू हो जाये तो आप आगे भी 3-4 दिन इसे ले सकते हो।

▪रात को सोते समय एक ओरिजिनल कॉपर का बर्तन लो और उसमे शुद्ध पानी भरकर रख दो। यह पानी सुबह उठते ही पि लेना है।

▪2 पत्ते नीम के और 4 पत्ते तुलसी के एक साथ लेकर दोनों को 4 चम्मच पानी के साथ मिक्सर में डाले और पीसकर एक ग्लास पानी में मिक्स कर के यह पानी खली पेट रोजाना पिए।

▪रोज एक पका हुवा पपीता सुबह ब्रेक फ़ास्ट में खाली पेट खाये और पपीता खाने के बाद 2 घंटे तक कुछ ना खाये यह पपीता का प्रयोग लगातार 30 दिनों तक करे।