Wednesday, 19 October 2016

माईग्रेन (आधे सिर का दर्द)

माईग्रेन (आधे सिर का दर्द)

परिचय-

  माइग्रेन आधे सिर में दर्द होने को कहते हैं। माइग्रेन रोग में सिर में तेज दर्द होने के कारण व्यक्ति को बहुत से कष्टों का सामना करना पड़ता है। यह रोग पुरुषों से ज्यादा स्त्रियों में होता है। इस प्रकार का दर्द सिर में 2 घंटे से लेकर 2 दिन तक बना रहता है।

कारण-

        माइग्रेन रोग होने के कारणों को तो ठीक-ठाक से नहीं कहा जा सकता है लेकिन ऐसा माना जाता है कि सिर की रक्त वाहिकाओं की संवेदना में कुछ परिवर्तन हो जाने के कारण यह रोग होता है। वैसे यह रोग आनुवंशिक भी हो सकता है। यह रोग कई प्रकार के खट्टे पदार्थों को खाने से भी हो सकता है। चॉकलेट, दूध से बने पदार्थ तथा रेड वाइन जैसे पदार्थों का सेवन करने के कारण भी यह रोग हो सकता है। स्त्रियों में यह रोग होने का कारण ज्यादातर मासिकधर्म में खराबी तथा गर्भनिरोधक गोलियों का अधिक सेवन करना होता है।

लक्षण-

        इस रोग में रोगी के सिर के आधे हिस्से में दर्द होता है। कभी-कभी तो यह दर्द इतना तेज होता है कि व्यक्ति को इसका कष्ट सहन नहीं हो पाता है। वैसे इस रोग के साथ-साथ रोगी में कुछ और भी लक्षण दिखाई देते है जैसे- जी मिचलाना, आंखों से कम दिखाई देना, उल्टियां आना आदि। कभी-कभी तो रोगी में आंखों से धुधंला दिखने की या आंशिक अंधेपन की अवस्था भी पैदा हो जाती है। इसके और भी कई लक्षण हैं जैसे- बेचैनी, चक्कर आना और आंख, कान या गाल पर तेज दर्द होना आदि। इस रोग से पीड़ित व्यक्ति को कभी-कभी आंखों से पानी आना, नाक बंद होना और प्रभावित भाग में लालिमा होना जैसे लक्षण भी प्रकट होते हैं।

उपचार-

        जब किसी व्यक्ति को माइग्रेन का तेज दर्द हो रहा हो तो उसे सबसे पहले शांत तथा अंधरे कमरे में लेट जाना चाहिए। इससे रोगी का मन हल्का हो जाता है और उसे कुछ आराम मिलता है। इस रोग से पीड़ित व्यक्ति को उचित डाक्टरी सलाह लेकर अपना इलाज कराना चाहिए। इस रोग का इलाज एक्यूप्रेशर चिकित्सा द्वारा आसानी से किया जा सकता है। इसलिए रोगी को डाक्टर के परामर्श अनुसार एक्यूप्रेशर चिकित्सा से इलाज कराना चाहिए।

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